इंजीनियरिंग
चंडीगढ़ प्रशासन का इंजीनियरिंग विभाग चंडीगढ़ क्षेत्र में हर प्रकार के संरचनात्मक विकास का कार्य कर रहा है, जिसमें सड़कें तथा जल संबंधी ढांचागत सुविधाएं, जल आपूर्ति प्रणाली की स्थापना एवं उन्हें उपलब्ध कराना, भूमिगत सीवरेज की स्थापना तथा बारिश के पानी की निकासी, बिजली का वितरण तथा विभिन्न सार्वजनिक भवनों का निर्माण व विभिन्न श्रेणियों के सरकारी कर्मचारियों के लिए आवास निर्माण आदि शामिल हैं। इसके साथ-साथ इंजीनियरिंग विभाग द्वारा पंजाब एवं हरियाणा सरकार द्वारा अधिग्रहित भवनों में से अधिकांश का निर्माण एवं रखरखाव किया जा रहा है। वर्तमान में जन-सुविधाओं से सम्बकद्ध संरचनात्मक सेवाएं नगर निगम द्वारा प्रदान की जा रही हैं, किंतु फेस-।।। के अंतर्गत आने वाले सैक्टरों में यह सेवाएं इंजीनियरिंग विभाग प्रदान कर रहा है। बढ़ती हुई जनसंख्या के अनुरूप विकास कार्यों को गति प्रदान करने के लिए निर्माण क्रियाकलाप निरंतर जारी हैं तथा प्रशासन की योजनाओं के अंतर्गत इनके लिए अनुदान प्रदान किए जा रहे हैं। इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख चीफ इंजीनियर हैं तथा उनके अधीनस्थ 5 अधीक्षक अभियंता हैं, जो निर्माण मंडल-।, निर्माण मंडल-।।, सार्वजनिक स्वास्थ्य, विद्युत एवं विद्युत प्रचालन सर्कल के प्रभारी हैं। साथ ही चीफ इंजीनियर, यूटी के ओएसडी, ओएसडी (नियम) एवं ओएसडी (योजना एवं डिजाइन) हैं।
निर्माण मंडल-।
निर्माण मंडल-। के प्रभारी अधीक्षक अभियंता हैं। इस मंडल को जीएमसीएच, सैक्ट र-32 ; ओपीडी ब्लॉक, सैक्टेर-16; पर्यावरण भवन; सरकारी स्कूलों का विस्तार आदि जैसे भवन कार्य और उत्तरी सेक्टरों की वी-1, -2, वी-3 सड़कों की मरम्मत एवं अनुरक्षण का कार्य दिया गया है।
निर्माण मंडल-।।
निर्माण मंडल-।। के प्रभारी अधीक्षक अभियंता हैं। यह मंडल विभिन्न सरकारी भवनों के अनुरक्षण तथा दक्षिणी क्षेत्र की वी-1, -2, वी-3 सड़कों की मरम्मत एवं अनुरक्षण और चंडीगढ़ में बागवानी कार्यों को देखता है।
विद्युत मंडल
विद्युत मंडल के प्रभारी अधीक्षक अभियंता हैं। यह मंडल सभी गैर-आवासीय एवं आवासीय भवनों में आंतरिक विद्युत सेवाएं उपलब्ध कराने एवं उनकी अधिष्ठापना और उनके अनुरक्षण ; अवसंरचनात्मलक विकास के लिए विद्युत संबंधी कार्य ; विभिन्न जंक्शन एवं इंटरसेक्शन में एटीसी सिग्नल का आधुनिकीकरण एवं उन्नयन ; बहुमंजिला इमारतों में अग्नि संवेदन प्रणालियां एवं यात्रियों के लिए लिफ्ट संबंधी कार्य एवं उनका अनुरक्षण आदि कार्य देख रहा है।
विद्युत प्रचालन
विद्युत प्रचालन के प्रभारी अधीक्षक अभियंता है। विद्युत प्रचालन मंडल विभिन्न स्रोतों से बिजली की व्यवस्था (क्योंकि चंडीगढ़ के पास अपने स्वयं के स्रोत नहीं है) एवं सभी प्रकार के उपभोक्ताओं को उसके संवितरण के लिए उत्र् ुंदायी है। संघशासित प्रदेश के 3.5% हिस्से के रूप में बीबीएमबी से बिजली खरीदी जाती है ; बीबीएमबी से वैश्विक दरों पर विशेष सहायता ली जाती है ; साथ ही एनटीपीसी, एनएचपीसी, एनपीसीआईएल इत्यादि से बिजली की खरीद की जाती है।
वर्तमान में बिजली की हकदारी 250 मेगावाट है। गत वर्ष इसकी अधिकतम मांग 272 मेगावाट रही तथा इस वर्ष इसके 320 मेगावाट तक पहुंचने की संभावना है।